नई टेक्नोलॉजी यूज कर 10,000 से बिजली बिल सीधा कर दिया जीरो, जानिए इनके बारे में

ग्लोबल वार्मिंग की समस्या को लेकर सरकार काफी ज्यादा काम कर रही है इसके लिए सरकार की तरफ से बहुत सारी योजनाएं भी चलाई जा रही है पर्यावरण को साफ बनाए रखने के लिए कुछ गाइडलाइंस भी निर्धारित किए गए हैं भारत सरकार के साथ-साथ अनेक देशों के सरकार पर्यावरण की रक्षा के लिए काम कर रही है!
पर्यावरण की रक्षा के लिए अनेकों लोग भी आगे आ रहे हैं ऐसी एक कहानी हम बताने वाले हैं आपको जिसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे उस व्यक्ति का कहना है कि शिकायत करने से काम नहीं चलता बल्कि कुछ करके दिखाना होता है और यह पर्यावरण की रक्षा के लिए बहुत कुछ कर भी रहे हैं डॉ दिलीप सिंह सोढा जो कि 37 साल के हैं और अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद यूपीएससी की तैयारी की!
हालांकि 2 साल मेहनत करने के बावजूद जब उनका सिलेक्शन यूपीएससी में नहीं हुआ तो उन्होंने कुछ नया करने की ठानी!
उन्हें एहसास हुआ कि पर्यावरण काफी दूषित हो रहा है इसके लिए उन्हें आगे आकर काम करना चाहिए और उन्होंने 2019 में खुद का क्लीनिक खोला !
पैसे कमाने के साथ-साथ वह पर्यावरण रक्षा के लिए भी काम कर रहे हैं उन्होंने पर्यावरण की रक्षा के लिए सबसे पहले अपने घर पर सोलर लगवाया!
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने बात करते हुए बताया बिजली का बिल गर्मी में ज्यादा आता था और ठंड में कम!
उन्होंने बिजली की खपत कम करने के लिए अपने घर की छत पर 5 किलो वाट का सोलर पैनल लगवाया!
पहले उनके घर पर बिजली बिल 10000 का आता था जो कि 16 लगने के बाद अब जीरो हो गया है सोलर पैनल से उनके घर का एसी कूलर पंखा टीवी सब कुछ चलता है!
आगे दिलीप सिंह सोढा ने बताया कि 16 लगवाने में उन्हें ₹165000 खर्च हुए थे इसमें उन्हें 25000 की सब्सिडी भी सरकार द्वारा मिली थी!
जब उन्होंने सोलर लगाया तो उनके घर जो बिजली बिल 10,000 काटा था वह सीधे जीरो हो गया!
दिलीप सिंह सोढा घर के कचरे से खाद ही बनाते हैं वह बताते हैं कि अगर घर के कचरे को अगर आप किसी गड्ढे में डालते हैं तो उसे खाद का भी काम लिया जा सकता है जिसे पेड़-पौधों मैं डालने से पेड़ पौधों का विकास सही होता है!
दिलीप सिंह सोढा साइकिल को भी काफी महत्व देते हैं एवं लोगों को साइकिल से चलने के लिए प्रेरित करते हैं ताकि प्रदूषण कम से कम उन्होंने अपनी एक टीम बनाई है जो कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को साइकिल चढ़ने के लिए प्रेरित करती है !
वह खुद भी अपना क्लीनिक को जो कि 7 किलोमीटर दूर है वहां तक साइकल से ही जाते हैं दिलीप सिंह बताते हैं कि किसी सरकार को दोष देने से कोई फायदा नहीं लोगों को भी आगे आकर काम करना चाहिए!